Tuesday, January 22, 2013

स्पेशल छब्बीस में सुख राम के घर सीबीआई का छापा


नीरज पांडे की आने वाली फिल्म स्पेशल छब्बीस की कहानी असल ज़िन्दगी पर आधारित है।
नीरज पांडे जिन्होंने अ वेडनेसडे फिल्म बनायी थी ऐसे हैं जो कि अकसर पूरा अखबार छान मारते हैं और फिर उसमें से कोई भी दिलचस्प कहानी को पूरी तरह से फौलो करना शुरू कर देते हैं। और फिर वो कहानी अपने आप उनके दिमाग में फिल्म का रूप धारण कर लेती है।
80 के दशक में एक नकली सीबीआई गैंग थी जो कि अमीर और भ्रष्ट लोगों को लूटती थी। हालाकि उनकी ये कार्यप्रणाली काफी सफल रही। कोई भी नेता या उद्योगपति इस पर आवाज़ उठाने के लिए तैयार नहीं थे क्यूंकि इसमें उनका काला धन शामिल था और इस बात को सामने से स्वीकारने में वे झुकलाते थे। वो ये बता नहीं सकते थे कि उनके कितने रुपये लेकर वे फर्जी ऑफिसर फरार हो गए। इन्हीं घटनाओं पर स्पेशल छब्बीस आधारित है। और फिल्म में इस नकली सीबीआई गैंग के मुखिया हैं अक्षय कुमार और अनुपम खेर।

उन्हीं घटनाओं में से एक बेहद उच्चस्तरीय मामले को फिल्म में दर्शाया गया है। पूर्व संचार मंत्री सुखराम के पूजा घर से नकली सीबीआई ने 300 करोड़ बरामद किये थे। उस सीबीआई छापे ने जैसे पूरे राष्ट्र को हिल कर रख दिया था।   
फिल्म में अक्षय को उस मंत्री के घर छापा मारते हुए दिखाते हैं जहाँ से 300 करोड़ रूपए मिलते हैं। मंत्री साहब की सिर्फ पत्नी और बेटी घर पर मौजूद होती हैं और उनके पास इसके लिए कोई सफाई नहीं होती।
Real life case details :
Sukh Ram is a former union communication minister in Indian National Congress Government. He was accused of causing a loss of Rs 1.6 crore to the exchequer by favouring a Hyderabad- based private firm in the purchase of telecom equipment. He, along with two others, was convicted in 2002.
In 1995 when the reported manipulation of bids by Sukh Ram to facilitate private firms at the cost of millions of rupees to the government blew into the open, it came to be termed as the "mother of all scandals".
A raid by the Central Bureau of Investigation (CBI) that revealed Rs. 36.6 million rupees stashed in Sukh Ram's official residence
On August 16, CBI sleuths descended on Sukh Ram's official residence at 12, Safdarjung Lane, Delhi. In Delhi, detectives discovered high-denomination currency notes to the tune of Rs 2.45 crore. Much of the money was packed into suitcases and stashed away in the puja room, sharing space with bottles of scotch. Sukh Ram's daughter, who was at home, could offer no coherent explanation.

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